17 अगस्त 13 को भारत में ब्रिटिश दूतावास ने सासेर कांगड़ी के बर्फीले ढलानों में फंसे एक ब्रिटिश नागरिक को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना से संपर्क किया। ब्रिटिश नागरिक श्री एंड्रयू दीन पारकिन बर्फीले तूफान में फंस कर गहरी दरार में लुढ़क गए। गिरने के कारण श्री पारकिन की कमर में गहरी चोट लग गई जिससे वह अपनी टांगे हिला भी नहीं पा रहे थे। अभियान के अन्य सदस्यों ने उन्हें बर्फीली दरार से बाहर निकाला और तुरंत अपनी आयोजक एजेंसी और ब्रिटिश दूतावास के माध्यम से उन्हें बचाने का अनुरोध किया।
114 एच यू वायु सेना की दो हेलिकॉप्टर वाले बचाव दल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। दुर्घटनास्थल का मौसम बहुत ही खराब था, चारों ओर बर्फ ही बर्फ होने के कारण ठीक से दिखाई नहीं दे रहा था, तेज बर्फीली हवाएं चल रही थीं और वहां जगह भी बहुत कम थी, परंतु इन सबके बावजूद घायल ब्रिटिश नागरिक को सफलतापूर्वक वहां से निकाल लिया गया।